*खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े रहे हैं मुठभेड़ में मारे गए अमरजीत के तार, आतंकियों को दी थी पनाह, टाडा एक्ट में भी हुआ था मुकदमा दर्ज, उत्तराखंड पुलिस ने आज मौत की नींद सुलाया*
बाबा तरसेम के हत्यारा अमरजीत कोई छोटा मोटा अपराधी नहीं था बल्कि उसके तार खकिस्तानी आतंकियों से जुड़े रहे हैं। उसके खिलाफ टाडा एक्ट में भी वर्ष 1991 में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा बैंक में डकैती डालने आदि कई गंभीर आरोपों में मुकदमे दर्ज हैं।
शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा पुत्र सुरेन्दर सिंह निवासी सिहौरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर उ0प्र0 का आपराधिक इतिहास*
1-FIR NO- 295/1991 धारा 216A IPC, ¾ TADA ACT- थाना बिलासपुर, रामपुर
दिनांक 13.11.1991 को अभियुक्त द्वारा अपने साथियों के साथ आतंकवादियों को जानबूझकर पनाह देना तथा आतंकवादियों के साथ मिलकर खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाना जिस सम्बन्ध में कोतवाली बिसालपुर में FIR NO- 295/1991 धारा 216A IPC, ¾ TADA ACT- थाना बिलासपुर, रामपुर पंजीकृत है।
2-FIR NO- 829/2007 धारा 395/397 IPC- थाना गदरपुर
दिनांक 18.05.2007 को पंजाब नैशनल बैंक शाखा गदरपुर में अपने साथियों के साथ घुसकर 6 लाख 22 हजार 618 रुपये व मोबाईल फोन की डकैती डालना जिस सम्बन्ध में मुकदमा FIR N0-829/2007 धारा 395/397 IPC पंजीकृत है ।
3-FIR NO- 243/2011 धारा 395/397/412 IPC- थाना पुवांया, शाहजहांपुर
दिनांक 18.05.2011 को भारतीय स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा कस्बा पुवाया में बैंक में अपने साथियों से साथ घुसकर बैंक कर्मियों व ग्राहकों को बन्धक बनाकर 27.53 लाख की डकैती डालना जिस सम्बन्ध में मुकदमा FIR N0-243/2011 धारा 395/397 IPC पंजीकृत है ।
4-FIR NO- 436/2014 धारा 380/511/307/427 IPC- थाना रूद्रपुर
दिनांक 16.09.2014 को अपने साथियों के साथ पंजाब एण्ड सिंध बैंक में घुसकर गैस कटर से बैंक एटीएम को काटकर चोरी का प्रयास करना एवं पुलिस के मौके पर पहुंचने पर जान से मारने की नियत से पुलिस पर फायर करना मौके पर मय अस्लाह गिरफ्तार जिस सम्बन्ध में थाना रुद्रपुर में FIR N0-436/2014 धारा 380/511/307/427 IPC व 25 आर्म्स एक्ट पंजीकृत है ।
5-FIR NO- 83/2024 धारा 302/120बी/34 IPC- थाना नानकमत्ता