कोटद्वार पासपोर्ट ऑफिस को लेकर उत्तराखंड से सभी औपचारिकताएं पूरी, उत्तराखंड और केंद्र सरकार में विवाद पैदा कराने वालों से केंद्रीय आलाकमान नाराज, विवाद बना कर माहौल खराब करने वाले आए केंद्र के रडार पर
देहरादून। कोटद्वार पासपोर्ट ऑफिस को लेकर उत्तराखंड सरकार की ओर से सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं। केंद्रीय मंत्रालय की मांग के अनुरूप हर काम किया जा चुका है। इसके बावजूद
उत्तराखंड और केंद्र सरकार में विवाद पैदा कराने वालों से अब भाजपा केंद्रीय आलाकमान खासा नाराज हो गया है। विवाद बना कर माहौल खराब करने वाले अब केंद्र सरकार के रडार पर आ गए हैं।
कोटद्वार में पासपोर्ट ऑफिस खोलने को जिला प्रशासन ने समय पर तहसील परिसर में जगह उपलब्ध कराई। इसके लिए कानूनगो का ऑफिस खाली कराया गया। अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। ऑफिस दिए जाने को लेकर फाइल तैयार कराई गई। रेंट एग्रीमेंट तैयार किया गया। केंद्रीय मंत्रालय की ओर से तीन साल का एग्रीमेंट किए जाने का अनुरोध किया गया, तो उसी हिसाब से संशोधित एग्रीमेंट तैयार कर दे दिया गया। इसके बावजूद राज्य सरकार को बदनाम करने की नियत से हवा में पत्थर उछाला गया। ऐसा संदेश दिया गया कि जैसे इस पासपोर्ट ऑफिस को राज्य सरकार खुलने नहीं देना चाहती। राज्य और केंद्र सरकार के बीच विवाद खड़ा कर भाजपा की छवि खराब करने का प्रयास किया गया। विपक्ष को भाजपा पर सवाल उठाने का मौका दिया गया।
अनुशासनप्रिय भाजपा में इस राजनीतिक खेल को बहुत गंभीरता से लिया गया है। बताया जा रहा है कि ऐसा करने वालों को कड़ी फटकार लगाई जा चुकी है। निजी स्वार्थ के लिए भाजपा की छवि खराब करने वालों को दो टूक संदेश दे दिया गया है। राज्य सरकार को पहले भी कई बार अस्थिर करने के प्रयासों पर केंद्रीय आलाकमान अपने अंदाज में कई बार संदेश भी दे चुका है। अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा का केंद्र में मंत्री बनना और महेंद्र भट्ट को दोबारा भाजपा का अध्यक्ष बना कर केंद्र साफ साफ सख्त संदेश दे चुका है। साफ कर चुका है राज्य की मजबूत धामी सरकार को अस्थिर करने वालों के साथ किसी भी तरह की कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। ऐसे में अब बयानवीर मुंह छुपाए घूम रहे हैं।








